Wednesday, April 2, 2014

सुनो !

सुनो !
मैं समय कि साथी हूँ
मैंने रुकना नहीं सीखा
हाँ !
लेकिन हर क्षण से
सीखना भी
मैं कभी नहीं भूली!!


रचनाकार : परी ऍम श्लोक
 

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